Mirza ghalib sharab shayari Images in hindi |
Alcoholic Ghazal shayari-Mirza ghalib sharab shayari in hindi
थोड़ा गम मिला तो घबरा के पी गए,
थोड़ी खुशी मिली तो मिला के पी गए,
यूँ तो न थी हमें ये पीने की आदत,
शराब को तन्हा देख तरस खा के पी गए।
दारू पर शायरी
लोग अच्छी ही चीजों को यहाँ ख़राब कहते हैं,
दवा है हज़ार ग़मों की उसे शराब कहते हैं।
शराब की बोतल पर शायरी
तौहीन न करना कभी कह कर कड़वा शराब को
किसी ग़मजदा से पूछियेगा इसमें कितनी मिठास है।
शराबी स्टेटस वीडियो
Alcoholic Ghazal shayari
मुझे यकीन है की दुनिया में दर्द बढ़ जाएँ,
अगर ये पीने पिलाने के एहतमाम हो।
शरावी शायरी
पीते थे शराब हम
उसने छुड़ाई अपनी कसम देकर,
महफ़िल में आये तो यारों ने
पिला दी उसकी कसम देकर।
शराब के दोहे।
Alcoholic Ghazal shayari: हिंदी में लव्ह और शराब में दिल की शायरी
रात हम पिए हुए थे मगर,
आप की आँखें भी शराबी थीं,
फिर हमारे खराब होने में,
आप ही कहिये क्या खराबी थी।
जाम शायरी
मैकदे बंद करें लाख जमाने वाले,
शहर में कम नहीं आँखों से पिलाने वाले।
पुरानी शराब शायरी
Mirza ghalib sharab shayari in hindi
थोड़ी सी पी शराब थोड़ी सी उछाल दी,
कुछ इस तरह से हमने जवानी निकाल दी।
बोतल पर शायरी
गिरी मिली एक बोतल शराब की तो ऐसा लगा मुझे
जैसे बिखरा पड़ा था एक रात का सुकून किसी का।
शबाब पर शायरी
Mirza ghalib sharab shayari in hindi: हिंदी में लव्ह और शराब में दिल की शायरी
रिन्दाने-जहाँ से ये नफरत
ऐ हज़रत-ए-विज क्या कहना,
अल्लाह के आगे बस न चला,
बन्दों से बगावत कर बैठे।
शराब पर हास्य कविता
मेरी तबाही का इल्ज़ाम अब शराब पर है,
करता भी क्या और तुम पर जो आ रही थी बात।
शराब पी शायरीतो-बा तोबा शायरी
ना ज़ख्म भरे, ना शराब सहारा हुई,
ना वो वापस लौटे, ना मोहब्बत दोबारा हुई।
Mirza ghalib sharab shayari in hindi
तुम क्या जानो शराब कैसे पिलायी जाती है,
खोलने से पहले बोतल हिलाई जाती है,
फिर अबाज़ लगाई जाती है आ जाओ टूटे दिल वालो,
यहाँ दर्दे-दिल की दबा पिलाई जाती है।
खाने पीने पर शायरी
पूछिये मैकशों से लुत्फ़ ए शराब,
ये मज़ा पाकबाज़ क्या जाने।
मेरी तबाही का इल्जाम अब शराब पर है
हिंदी में लव्ह और शराब में दिल की शायरी:Alcoholic Ghazal shayari
कहते हैं पीने वाले मर जाते हैं जवानी में,
हमने तो बुजुर्गों को जवान होते देखा है मैखाने में।
शराब पर 6 शायरों की शायरी
पीने दे शराब मस्जिद में बैठ कर,
या वो जगह बता जहाँ खुदा नहीं।
दोस्त और शराब शायरी
Mirza ghalib sharab shayari in hindi: हिंदी में लव्ह और शराब में दिल की शायरी
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